माँ शैलपुत्री नवरात्रि के पहले दिन की अधिष्ठात्री देवी हैं। उनका नाम “शैलपुत्री” दो शब्दों से मिलकर बना है शैल यानी पर्वत और पुत्री यानी बेटी। इसलिए माँ शैलपुत्री को “पर्वतराज हिमालय की पुत्री” कहा जाता है। यह माँ दुर्गा का प्रथम रूप है और इन्हें नवदुर्गा में पहला स्थान प्राप्त है।







उनका रूप अत्यंत शांत, सौम्य और तेजमय होता है।







जय माता दी!
