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आज #राजस्थान के सीकर जिले में पूज्य गुरुदेव निरंजन पीठाधीश्वर श्री श्री १००८ आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द गिरि जी

🌺आज #राजस्थान के सीकर जिले में पूज्य गुरुदेव निरंजन पीठाधीश्वर श्री श्री १००८ आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द गिरि जी महाराज एवं माननीय श्री हरिभाऊ किसनराव बागडे जी (राज्यपाल, राजस्थान) की गरिमामयी उपस्थिति में पंडित दीनदयाल शेखावाटी विश्वविद्यालय (PDSU) का भव्य पंचम दीक्षांत समारोह अत्यंत हर्षोल्लास एवं गौरवपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) अनिल कुमार राय, जिला कलेक्टर श्री मुकुल शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री भुवन भूषण यादव, कुलसचिव श्रीमती श्वेता यादव, पूर्व सांसद, पूर्व विधायकगण एवं विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारीगणों ने अतिथियों का भव्य स्वागत किया।🌺
🌺समारोह के मुख्य आकर्षण पूज्य स्वामी कैलाशानन्द गिरि जी महाराज को धर्म, योग, वेदांत और समाज सेवा के क्षेत्र में उनके अद्वितीय और अनुकरणीय योगदान के लिए माननीय राज्यपाल महोदय द्वारा मानद पीएचडी (डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी – Honoris Causa) की उपाधि से अलंकृत किया गया। राज्यपाल महोदय ने अपने उद्बोधन में पूज्य गुरुजी की सेवा भावना, उनके आध्यात्मिक योगदान और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और कहा कि उनका जीवन समूचे समाज के लिए एक प्रेरणा है।🌺
🌺पूज्य स्वामी जी ने अपने आशीर्वचन में विद्यार्थियों को गुरुकुल परंपरा अपनाने, राष्ट्रभक्ति को जीवन का मूल मंत्र बनाने, तथा गुरु, माता-पिता और राष्ट्र को ईश्वर के समान मानने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत की गुरुकुल शिक्षा पद्धति ही हमारे सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों की आधारशिला है, जिसे अपनाकर ही हम भारत को पुनः विश्वगुरु बना सकते हैं। शिक्षा को केवल रोज़गार का साधन न मानकर उसे जीवन के उच्च आदर्शों और मूल्यों को आत्मसात करने का माध्यम बनाया जाना चाहिए।🌺
🌺समारोह में शेखावाटी शिरोमणि एवं शेखावाटी भूषण सम्मान भी प्रदान किए गए। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली विभूतियों को शॉल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। समस्त आयोजन विश्वविद्यालय के गरिमामयी इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित हुआ।🌺